बिहार के करीब 30 लाख लोग कोसी के कहर के शिकार है। इस महाप्रलय की घड़ी में उनकी मदद कीजिए। मदद किस तरह की जाए- इसके लिए सोचिए और जुट जाइए। लेकिन ध्यान रखिए कि आपके द्वारा दी जानेवाली मदद जरूरतमंदों तक पहुंच सके- कहीं ऐसा न हो कि बिचौलिए उसे अपनी जेब के हवाले कर लें। इस संकट की घड़ी में हर भारतवासी का फर्ज बनता है कि वो जिस हद तक हो सकता है- अपनी तरफ से उन लोगों की सहायता करें, जिन पर ये आफत आन पड़ी है। ये वक्त किसी बहस, विश्लेषण और राजनेताओं पर टीका-टिप्पणी करने का नहीं है। इस समय बस हमें उनलोगों की मदद करने की जरूरत है। मदद के लिए देश के लोगों को प्रेरित करने की आवश्यकता है।
आपका-
आदर्श कुमार इंकलाब
Jaroor INQALAB SAHAB
बिल्कुल सही कहना है आपका। पर प्रत्यक्ष मदद करने में बहुत सारी बाधाएं हैं।